आतंक के साये मे पाकिस्तान के साथ खेल आयोजित करने पर लिखी मेरी ये पंक्तियाँ:-
नही बेशक हमे नफरत,किसी दुश्मन खिलाडी से,
मगर एतराज है के खेल वो चैनो अमन से हो !
कवि शिव इलाहाबादी 'यश'
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