सोमवार, 17 अप्रैल 2017

नारी उत्थान की कविता- कवि शिव इलाहाबादी(nari utthan ki kavita :kavi shiv allahabadi )


नारी उत्थान का समर्थन करती मेरी ये रचना

नारी उत्थान का समर्थन करती मेरी ये पंक्तियाँ:-

लड़कियों को भी ये अब अधिकार होना चाहिए।
उनको अपनी सोंच का हकदार होना चाहिए।

ज़िंदगी की जो कमी, न दूर हो किसी मोड पर
उनको भी उस राह का सहकार होना चाहिए।

पर्दे की मूरत बनाकर न रखा जाए उन्हे,
ज़िंदगी की जंग से दो चार होना चाहिए।

लोग बदलेंगे के जब यश खुद मे ही वो चाह हो।
रूढ़िवादी सोंच को इनकार होना चाहिए।


शिव इलाहाबादी यश
कवि एवं लेखक 
mob-7398328084

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