सोमवार, 21 अगस्त 2017

मुजफ्फर नगर खतौली रेल हादसा

मुजफ्फर नगर रेल हादसा  :-
न ही काफिया , न रदीफ़ :  केवल  भाव

न ही ड्राइवर, न सिग्नल  ,बस किस्मत की बलिहारी  हूँ !
अपनी बीती किसे  सुनाऊँ ,,मैं ' प्रभु ' की लाचारी  हूँ !

ठीक किया यूँ ट्रैक  कि जीवन की पटरी ही उखड  गयी ,
मिलने की चाहत में निकले  थे  जिससे  वो बिछड़  गयी !

' प्रभु 'की लापरवाही  ने तस्वीरें  कुछ यूँ रच  डाली  ,
भारत की जीवन रेखा ज्यों  तकदीरों  में सिमट  गयी !

कवि शिव इलाहाबादी
कवि एवं लेखक
मोब.7398328084
ब्लॉग www.kavishivallahabadi.blogspot.com
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