वीडियो देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके अथवा उसको कॉपी करके यूट्यूब पर सर्च करके देखें l
मेरे दिल की सदा तुम तक पहुंच जाती तो अच्छा था,
जो वादा था किया तुमने निभा पाती तो अच्छा था l
बहुत सी प्यार की यादें भी घिरी है अब सवालों में,
अगर तुम आके उन सबको मिटा जाती तो अच्छा था l
बहुत सपने सजाए थे कभी हमने वफाओं के,
तुम्हारी ही खुमारी थी,तुम ही थे अपनी बाहों में l
मगर अब दोस्त भी वो ही भुला बैठा जो सच्चा था,
मेरे दिल की सदा तुम तक पहुंच जाती तो अच्छा था l
जमाने की ये महफिल थी मगर सब नज्म तेरे थे,
तुम्हारी ही थी सैदाई महज अंदाज मेरे थे l
मेरे हर रंग फीके हैं तू भर जाती तो अच्छा था,
मेरे दिल की सदा तुम तक पहुंच जाती तो अच्छा था l
नहीं शहनाइया बजती है अब दिल के ख्यालों में
तसल्ली ढूंढता है मन वफाओं के सवालों में l
के आकर फिर हिकारत तू दिखा जाती तो अच्छा था,
मेरे दिल की सदा तुम तक पहुंच जाती तो अच्छा था l
कवि शिव इलाहाबादी
मोबा.-7398328084
हमारी वीडियो देखने के लिए इस लिंक को क्लिक करें